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शास्त्र अनुकूल साधना भक्ति मार्ग विधि "

संत रामपाल जी महाराज व संत रामपाल जी महाराज के भक्तों का नारा है

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जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।।

होली, दीपावली, रक्षाबंधन, करवा चौथ, मकर संक्रांति , गणतंत्र दिवस , रोजा नमाज, ईद बकरीद, क्रिसमस डे व अन्य कोई पर्व किसी भी धर्म विशेष पर विशेष मंथन करें और विचार करें कि यह पर्व हमारे लिए क्या खास बनता है !

"भक्ति साधना करने वाली प्यारी आत्माओं से प्रार्थना है कि संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अमृत वचन जरूर सुनें "


कोई भी व्रत त्यौहार रखने से सुख शांति प्राप्त होती है या नहीं ? पति व्रत रखने से क्या शांति प्राप्त होगी ? क्या पति की उम्र बढ़ जाती है ? इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए ज्ञान गंगा पुस्तक को पढ़ें "


 नोट :- अल्लाह परमेश्वर को मानने वाले भी शास्त्र विघि साधना करें और कोई भी व्रत त्योहार रोजा नमाज रखने से पहले आवश्यक जानकारी संत रामपाल जी से प्राप्त करें "

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श्रीमद भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23, 24 के अनुसार शास्त्र अनुकूल साधना करने से मनुष्य को सुख शांति प्राप्त होती है।

"हिंदू धर्म के पवित्र शास्त्र वेद अनुसार साधना करना हितकर माना गया है" 

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33 कोटि यज्ञ में आ गए सहंस अठासी सारे ।

द्वादश कोटी वेद के वक्ता सुपच का शंख बजा रे।।

 पांडव को युद्ध में की गई हिंसा का पाप लगे "

दोस्तों एक बार महाभारत का युद्ध हुआ और युद्ध में लाखों  करोड़ों महापुरुषों की मृत्यु हुई जिस कारण से पांच पांडवों में युधिष्ठिर महाराज को सपने आने लगी और वह बुरे बुरे सपने डरावने लगते क्योंकि महाभारत में करोड़ों लोगों की हत्या हुई,

 ऊपर जो दी गई वाणी यह दर्शाती है कि

सुपच सुदर्शन संत यज्ञ में प्रतिष्ठित होने पर क्या पांडव के सिर्फ पाप खत्म हुए थे ?

संत सुपच सुदर्शन  प्रभु कबीर साहेब के भक्त द्वापर युग में थे।

श्री कृष्ण के आज्ञा अनुसार पांच पांडव ने अश्वमेध यज्ञ की घोषणा की

यज्ञ में 33 करोड़ देवी देवताओं को आमंत्रित किया गया जिनके आने से भोजन खाने के बाद भी संख नहीं बजा "

  द्वापर युग में अश्वमेघ यज्ञ भगवान श्री कृष्ण के द्वारा रचा गया था जिसमें सुपच सुदर्शन को भी आमंत्रित ( बुलाया  गया था , शंख बजने से सिर्फ यज्ञ सफल हुआ था,

 पांच पांडव के पाप फिर भी नहीं खत्म होते हैं।

संत सुपच सुदर्शन के आने के बाद सिर्फ यज्ञ सफल होता है और पाप नहीं कटते हैं "

पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही यज्ञ में आए थे जो संत सुपच सुदर्शन का रूप में  विराजमान थे "

अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पुस्तक ज्ञान गंगा, जीने की राह और पढ़ें जो आप व्हाट्सएप s.m.s. करके पुस्तक अपने घर पर free मंगवा सकते हैं "


 जो भी माताएं बहने करवा चौथ व्रत रखती हैं या फिर अन्य कोई व्रत रखती हैं उसका लाभ शास्त्र अनुकूल साधना से मिलता है या नहीं ! इस विषय पर शिक्षित बहने अवश्य संत रामपाल जी महाराज की पुस्तक पढ़े "



पृथ्वी लोक से लगाकर ब्रह्मलोक (काल का २१ ब्रह्मांड ) तक काल जाल है जो संसार का प्राणी रजोगुण तमोगुण सतोगुण की मोह ममता में फस कर खुद शास्त्र विरुद्ध साधना करता है जिसको लक चौरासी प्रकार के कष्ट प्राप्त होते हैं  "

  संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई लिंक को क्लिक करें और संत रामपाल जी महाराज अनुसार नियम को निभा कर अंतिम सांस तक भक्ति करें

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https://namdiksha.blogspot.com/2020/08/do-you-want-to-take-naam-diksha-from.html

 संत रामपाल जी महाराज के द्वारा नाम दीक्षा व सत्संग अमृत वचन सुनने के लिए नीचे सूची सारणी को अवश्य देखकर सत्संग सुने 



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